कॉल ड्रॉप: 89% लोगों को परेशान करती है यह समस्या, सर्वे में खुलासा
हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण के अनुसार, 89% मोबाइल उपयोगकर्ताओं को कॉल ड्रॉप की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यह सर्वेक्षण ‘लोकलसर्किल्स’ द्वारा किया गया था, जिसमें 32,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया।
सर्वेक्षण के मुख्य निष्कर्ष:
- कॉल ड्रॉप की व्यापकता: 89% लोगों ने बताया कि वे कॉल ड्रॉप का सामना करते हैं।
- गंभीरता: 38% लोगों ने कहा कि उनकी 20% से अधिक कॉल ड्रॉप होती हैं।
- अत्यधिक प्रभाव: 17% लोगों ने कहा कि उनकी आधी से अधिक कॉल ड्रॉप होती हैं।
- वाई-फाई कॉलिंग में वृद्धि: खराब कनेक्टिविटी के कारण, 90% लोग अब वाई-फाई कॉलिंग का उपयोग करते हैं।
कॉल ड्रॉप के कारण:
- कमजोर नेटवर्क: खराब सिग्नल क्वालिटी कॉल ड्रॉप का मुख्य कारण है।
- नेटवर्क कंजेशन: व्यस्त समय में नेटवर्क पर भार बढ़ने से कॉल कनेक्ट करने में दिक्कत होती है।
- तकनीकी खराबी: टावरों या उपकरणों में खराबी भी कॉल ड्रॉप का कारण बन सकती है।
उपयोगकर्ताओं पर प्रभाव:
- असुविधा: कॉल ड्रॉप से बातचीत में बाधा आती है और महत्वपूर्ण जानकारी का नुकसान हो सकता है।
- निराशा: बार-बार कॉल ड्रॉप होना उपयोगकर्ताओं के लिए निराशाजनक हो सकता है।
- वैकल्पिक माध्यमों का उपयोग: लोग कॉल ड्रॉप से बचने के लिए व्हाट्सएप, टेलीग्राम जैसे OTT ऐप का उपयोग कर रहे हैं।
समाधान:
- नेटवर्क का विस्तार: टेलीकॉम कंपनियों को अपने नेटवर्क का विस्तार करने और कवरेज क्षेत्र में सुधार करने की आवश्यकता है।
- तकनीक में अपग्रेड: नई तकनीकों जैसे 5G का उपयोग करके नेटवर्क क्षमता को बढ़ाया जाना चाहिए।
- ग्राहक सेवा में सुधार: टेलीकॉम कंपनियों को ग्राहकों की शिकायतों का त्वरित समाधान करने की आवश्यकता है।