Kisan Andolan : दिल्ली कूच के लिए निकले किसानों को रोकने के लिए दिल्ली और हरियाणा-पंजाब के बॉर्डर के रस्ते बंद किये गए हैं। ऐसे में किसान आंदोलन का असर फल व सब्जी मंडियों पर भी दिखना शुरू हो गया है। मेरठ में जहां काफी फल व सब्जी दिल्ली की मंडियों से आती है वहीं पंजाब से भी किन्नू आदि फलों की आवक होती है।
मंगलवार को तो मंडियों में फल व सब्जियों की आवक पर कोई असर नहीं पड़ा, लेकिन मार्ग बंद होने के कारण आज या कल से फल व सब्जियों की आवक कम होना माना जा रहा है। किसान आंदोलन के कारण व्यापारियों ने दिल्ली आजादपुर, गाजीपुर आदि मंडियों से सब्जी व फल अधिक मंगवाए।
मेरठ नवीन सब्जी मंडी में प्रतिदिन टमाटर, प्याज, अदरक, लहसुन, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, ब्रोकरी, कमल ककड़ी, मशरूम, फ्रासबिन आदि सब्जियां दिल्ली की मंडियों से आती हैं। सब्जी मंडी में 50 प्रतिशत से अधिक कारोबार बाहर की सब्जियों का होता है। इस संबंध में सब्जी मंडी के एसो. संरक्षक ओमपाल सैनी का कहना है कि मंगलवार को तो दिल्ली से सब्जी की आवक में कोई दिक्कत नहीं हुई।
अगर आंदोलन लगातार चलता है तो दो-दिन में इसका असर मेरठ सब्जी मंडी पर दिखने लगेगा। सब्जी की आवक कम होगी तो महंगाई भी बढ़ेगी। वहीं, नवीन गल्ला मंडी एसो. के अध्यक्ष मनोज गुप्ता का कहना है कि खाद्यान्न का स्टॉक चार से पांच दिन के लिए सभी व्यापारियों के गोदामों में रहता है। किसान आंदोलन का असर खाद्यान की आवक पर भी पड़ेगा।