दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण बच्चों की सुरक्षा के लिए सभी प्राइमरी स्कूल 10 नवंबर तक बंद कर दिए गए हैं। यह फैसला दिल्ली सरकार ने 2 नवंबर को लिया था। इस फैसले के तहत, कक्षा 1 से 5 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे।
प्रदूषण के कारण बच्चों की स्वास्थ्य को खतरा बढ़ जाता है। प्रदूषित हवा सांस लेने से बच्चों को सांस लेने में तकलीफ, खांसी, जुकाम, और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक प्रदूषण के संपर्क में रहने से बच्चों को फेफड़ों की बीमारी और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
दिल्ली सरकार का मानना है कि स्कूलों को बंद करके बच्चों को प्रदूषित हवा के संपर्क में आने से बचाया जा सकता है। इस फैसले से बच्चों की स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
इस फैसले के बाद, दिल्ली में कक्षा 6 से 12 तक के स्कूल ऑनलाइन क्लास के माध्यम से चल रहे हैं।
प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार की अन्य पहल
दिल्ली सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए कई पहल कर रही है। इनमें शामिल हैं:
- निर्माण कार्यों पर रोक
- वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध
- धूल के कणों को कम करने के लिए सड़कों की सफाई
- पेड़ लगाना
इन पहलों से दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद मिलेगी।