Haryana News : हरियाणा में पानीपत के प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 2 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोचा है। आरोपी डॉक्टर ने इस बात का भी खुलासा किया है कि वो रुपए सरकारी अस्पताल के डॉक्टर और क्लर्क तक पहुंचाए जाने थे।
बता दें कि फिलहाल दोनों आरोपी डॉक्टर और क्लर्क फरार है, जिनकी धरपकड़ में टीमें जुटी हुई है। आरोपियों के खिलाफ करनाल ACB थाने में विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।
अंबाला एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने पानीपत के आधार अस्पताल के संचालक डॉक्टर विशाल मलिक को गिरफ्तार किया है। वहीं, मामले में सरकारी अस्पताल का डॉक्टर पवन कुमार और क्लर्क नवीन कुमार फरार है।
इस काम के लिए मांगी थी दो लाख की रिश्वत
इन आरोपियों की ओर से शिकायतकर्ता द्वारा बरसत रोड पर संचालित किए जा रहे इमेजिंग एंड डायग्नोस्टिक सेंटर का जनवरी माह में निरीक्षण किया था।
निरीक्षण के दौरान आरोपियों द्वारा शिकायतकर्ता पर FIR दर्ज न करवाने और जारी किए गए नोटिस को फाइल करवाने के बदले में 2 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की जा रही थी।
ACB की टीम ने मामले की पुष्टि करते हुए आरोपियों को पकड़ने के लिए योजना बनाई। जिनमें से निजी अस्पताल के डॉक्टर विकास मलिक को 2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।