राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में तीन छोटी पार्टियां, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP), आजाद समाज पार्टी (ASP) और जननायक जनता पार्टी (JJP) का समीकरण बिगाड़ने की क्षमता है। इनमें से प्रत्येक पार्टी का अपने-अपने क्षेत्र में मजबूत आधार है और वे चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं।
RLP
RLP जाट बहुल क्षेत्रों में मजबूत है। पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल जाट समुदाय के बीच लोकप्रिय हैं। RLP ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 3 सीटें जीती थीं। इस बार पार्टी को अधिक सीटें जीतने की उम्मीद है। RLP का कांग्रेस और BJP दोनों के लिए खतरा है। पार्टी जाट वोटों में सेंध लगा सकती है, जिससे दोनों प्रमुख दलों को नुकसान हो सकता है।
ASP
ASP भी जाट बहुल क्षेत्रों में मजबूत है। पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद भी जाट समुदाय के बीच लोकप्रिय हैं। ASP ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 2 सीटें जीती थीं। इस बार पार्टी को और अधिक सीटें जीतने की उम्मीद है। ASP का कांग्रेस और BJP दोनों के लिए खतरा है। पार्टी जाट वोटों में सेंध लगा सकती है, जिससे दोनों प्रमुख दलों को नुकसान हो सकता है।
JJP
JJP भी जाट बहुल क्षेत्रों में मजबूत है। पार्टी के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला भी जाट समुदाय के बीच लोकप्रिय हैं। JJP ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 1 सीट जीती थी। इस बार पार्टी को और अधिक सीटें जीतने की उम्मीद है। JJP का कांग्रेस और BJP दोनों के लिए खतरा है। पार्टी जाट वोटों में सेंध लगा सकती है, जिससे दोनों प्रमुख दलों को नुकसान हो सकता है।
कुल मिलाकर, इन तीनों छोटी पार्टियों का राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में निर्णायक भूमिका निभाने की क्षमता है। ये पार्टियां जाट वोटों में सेंध लगा सकती हैं, जिससे दोनों प्रमुख दलों को नुकसान हो सकता है।