Dwarka Expressway : PM नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार में देश का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होता जा रहा है। अब जल्द ही दिल्ली के द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन होने जा रहा है। इस एक्सप्रेस-वे से हरियाणा के विकास में एक नया रास्ता खुलने जा रहा है।
BJP के राष्ट्रीय सचिव ओम प्रकाश धनखड़ ने झज्जर में पत्रकारों से बातचीत बताया कि उन्होंने बादली हलके के कार्यकर्ताओं की एक बैठक ली और द्वारका एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन समारोह के लिए कार्यकर्ताओं की ड्यूटी भी लगाई।
PM 11 मार्च को द्वारका एक्सप्रेसवे का करेंगे उद्घाटन
धनखड़ ने बताया कि PM मोदी 11 मार्च को राजधानी दिल्ली के द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने जा रहे हैं। इस उद्घाटन समारोह में झज्जर जिले से 10 हजार कार्यकर्ता शामिल होंगे ।
धनखड़ का कहना है कि PM मोदी की अगुवाई में भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हुआ है। सड़के अच्छी बनी है और देश का विकास हो रहा है। इतना ही नहीं अब भारत विश्व की तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है।
ओमप्रकाश धनखड़ का कहना है कि द्वारका एक्सप्रेस-वे से हरियाणा के विकास की भी नए रास्ते खुलने जा रहे। विदेशों में जिस तरह अच्छी सड़कों के कारण विकास हुआ है ।
यहां जानिए द्वारका एक्सप्रेस की खासियत
- द्वारका एक्सप्रेस वे हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) की बहुप्रतीक्षित परियोजनाओं में से एक है। यह पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट भी है।
- परियोजना के साथ रेलवे ओवरब्रिज बनाने के लिए भारतीय रेलवे और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) के बीच एक समझौता हुआ है, इसके लिए एक किलोमीटर का क्षेत्र आवंटित किया गया है।
- यह एक्सप्रेसवे अन्य एक्सप्रेसवे की तुलना में बेहतर होगा क्योंकि यह इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (IGI) हवाई अड्डे और गुड़गांव को सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
- यह दिल्ली और गुड़गांव के बीच यातायात के प्रवाह को काफी सुगम बनाएगा। हुडा(HUDA) ने सितंबर 2013 में अदालती फैसले का पालन करने के बाद द्वारका एक्सप्रेसवे के साथ इलाकों में याचिकाकर्ताओं को वैध मुआवजा और भूमि क्षेत्र प्रदान किया है।
- दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) द्वारा परियोजना के साथ एक मेट्रो रेल कॉरिडोर का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन अभी भी स्वीकृति की प्रतीक्षा है। यह गुड़गांव और दिल्ली के बीच मेट्रो कनेक्टिविटी को और सुविधाजनक बनाएगा।
- भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने 29 किलोमीटर की पहुंच सीमा के लिए 80 किलोमीटर प्रति घंटे की गति सीमा निर्धारित की है।
- 24 मार्च, 2021 को एक सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में, एनएचएआई ने घोषणा की कि द्वारका एक्सप्रेसवे (और दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे) भारत का पहला टोल-मुक्त राजमार्ग होगा। इसलिए, इस मार्ग से यात्रा करने वाले यात्रियों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।