झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के विरोध में राज्य के आदिवासी संगठनों ने गुरुवार को झारखंड बंद का आह्वान किया है। बंद के तहत राज्य के सभी जिला मुख्यालयों और कस्बों में बसें, स्कूल-कॉलेज और बाजार बंद रहेंगे। केवल आपात सेवाएं ही चालू रहेंगी।

झारखंड बंद का आह्वान करते हुए केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी एक राजनीतिक प्रतिशोध है। उन्होंने कहा कि सोरेन ने ईडी की जांच में पूरा सहयोग किया था, लेकिन फिर भी उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

तिर्की ने कहा कि बंद से आपात सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर स्कूल गुरुवार को खुलते हैं तो हम उनमें बाधा नहीं पहुंचाएंगे।

हेमंत सोरेन को बुधवार को ईडी ने कथित भूमि धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया था। सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी से पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी से आदिवासी समुदाय में काफी गुस्सा है। यही वजह है कि सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ आज झारखंड बंद बुलाया गया है।

झारखंड बंद के समर्थन में आदिवासी संगठनों ने राज्य के सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन किए। इन प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में आदिवासी लोग शामिल हुए।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हेमंत सोरेन को राजनीतिक प्रतिशोध के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि सोरेन एक आदिवासी नेता हैं और उनकी गिरफ्तारी से आदिवासी समुदाय का अपमान हुआ है।

झारखंड बंद के कारण राज्य में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बसें, स्कूल-कॉलेज और बाजार बंद होने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है।