संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने संसद सुरक्षा सेंध मामले में आरोपित नीलम के समर्थन में आंदोलन नहीं करने का फैसला किया है। दिल्ली में हुई एसकेएम की बैठक में इसको लेकर चर्चा हुई, लेकिन आंदोलन की योजना नहीं बनी।
एसकेएम ने कहा कि यह मामला राजनीतिक है और इस पर आंदोलन करके किसान आंदोलन की छवि खराब नहीं करना चाहता है। एसकेएम ने कहा कि नीलम को न्याय दिलाने के लिए स्थानीय किसान संगठनों से बात की जाएगी।
गौरतलब है कि घसो खुर्द गांव निवासी नीलम को दिल्ली पुलिस ने संसद सुरक्षा सेंध मामले में 13 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। इसके बाद किसान नेता आजाद पालवां व उनकी टीम ने नीलम के गांव में पहुंच कर उसके समर्थन में नारेबाजी की थी।
नीलम को दिल्ली हाई कोर्ट से झटका
नीलम को दिल्ली हाई कोर्ट से भी झटका लगा है। शुक्रवार को हाई कोर्ट ने निचली अदालत के उस आदेश पर रोक लगा दी है, जिसमें पुलिस को नीलम को प्राथमिकी की प्रति उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया था।
न्यायमूर्ति स्वर्ण कांता शर्मा ने निचली अदालत के 21 दिसंबर के आदेश को चुनौती देने वाली दिल्ली पुलिस की याचिका पर आरोपित नीलम देवी को नोटिस जारी किया है। अगली सुनवाई चार जनवरी को होगी।
एसकेएम के फैसले का स्वागत
एसकेएम के फैसले का किसान संगठनों ने स्वागत किया है। किसान नेता सुभाष यादव ने कहा कि यह फैसला सही है। उन्होंने कहा कि इस मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। किसान आंदोलन की छवि खराब करने के लिए इस मामले का इस्तेमाल किया जा रहा है।