मानसून में AC चलाने के लिए कुछ बेहतरीन टिप्स

बारिश का मौसम आ चुका है और इस मौसम में ठंडक और उमस का सामना करना पड़ता है। ऐसे में, एयर कंडीशनर (AC) का इस्तेमाल ज़रूरी हो जाता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि मानसून में AC चलाने का तरीका थोड़ा अलग होता है?

यहां कुछ बेहतरीन टिप्स दिए गए हैं जिनसे आप इस मौसम में भी अपने AC का इस्तेमाल करते हुए आरामदायक रह सकते हैं:

1. किस मोड पर चलाएं AC:

  • ड्राई मोड: बारिश के मौसम में हवा में नमी ज्यादा होती है। ऐसे में, AC का ड्राई मोड इस्तेमाल करना सबसे अच्छा होता है। यह मोड हवा से नमी को हटाकर कमरे को ठंडा और आरामदायक बनाता है।
  • कूल मोड: अगर आपके कमरे में नमी का स्तर कम है, तो आप कूल मोड का उपयोग कर सकते हैं। यह मोड कमरे को ठंडा करने के लिए तापमान को कम करता है।

2. किस तापमान पर चलाएं AC:

  • मानसून में AC का तापमान 24°C से 26°C के बीच रखना सबसे अच्छा होता है।
  • अगर आपको ज्यादा ठंडक लग रही है, तो आप तापमान को 28°C तक बढ़ा सकते हैं।
  • ज़्यादा ठंडा तापमान न केवल आपके बिजली के बिल को बढ़ा सकता है, बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकता है।

3. कब करें ड्राई मोड का उपयोग:

  • बारिश के मौसम में जब आपके कमरे में नमी का स्तर अधिक हो तो ड्राई मोड का उपयोग करें।
  • अगर तापमान अधिक है और हवा में उमस है, तो भी ड्राई मोड आपको अधिक आरामदायक महसूस करा सकता है।
  • अगर आपको एलर्जी या अस्थमा जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो ड्राई मोड हवा में मौजूद एलर्जन्स और अस्थमा के ट्रिगर्स को कम करने में मदद कर सकता है।

4. कैसे करें ड्राई मोड का उपयोग:

  • अपने AC रिमोट पर ड्राई मोड बटन ढूंढें, जो आमतौर पर एक बूंद जैसा आइकन होता है।
  • इस बटन को दबाएं और AC का ड्राई मोड चालू हो जाएगा।
  • कुछ AC मॉडल में नमी स्तर को नियंत्रित करने के लिए एक सेटिंग भी होती है। आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार इसे समायोजित कर सकते हैं।

5. AC के रखरखाव का ध्यान रखें:

  • मानसून में AC के फिल्टर को नियमित रूप से साफ करें। इससे हवा का प्रवाह बेहतर होता है और AC की कार्यक्षमता में सुधार होता है।
  • AC के कॉइल को भी साफ रखें। धूल और गंदगी से भरे कॉइल AC की कार्यक्षमता को कम कर सकते हैं और बिजली के बिल को बढ़ा सकते हैं।
  • AC को नियमित रूप से सर्विस करवाएं। इससे AC की खराबी को पहले ही पता लगाया जा सकता है और उसे ठीक किया जा सकता है।