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गगनयान मिशन के 4 एस्ट्रोनॉट्स: भारत अंतरिक्ष के नए युग में प्रवेश कर रहा है

प्रधानमंत्री मोदी ने 27 फरवरी 2024 को गगनयान मिशन के लिए चुने गए 4 एस्ट्रोनॉट्स के नामों का ऐलान किया। इन एस्ट्रोनॉट्स में ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला शामिल हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये 4 एस्ट्रोनॉट्स सिर्फ 4 नाम या 4 इंसान नहीं हैं, ये वो चार शक्तियां हैं जो 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं को अंतरिक्ष तक ले जाने वाली हैं। उन्होंने कहा कि 40 साल बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में जा रहा है, लेकिन इस बार वक्त भी हमारा है, काउंटडाउन भी हमारा है और रॉकेट भी हमारा है।

सभी चार एस्ट्रोनॉट्स भारतीय वायु सेना के टेस्ट पायलट हैं। एस्ट्रोनॉट बनने के लिए बड़ी संख्या में पायलट्स ने आवेदन किया था। इनमें से 12 ने सितंबर 2019 में पहले चरण का चयन प्रक्रिया पूरी की थी। इसके बाद कई चरणों के चयन प्रक्रिया के बाद 4 को चुना गया। जून 2019 में ISRO और रूस की स्पेस एजेंसी के बीच पायलट्स की ट्रेनिंग के लिए करार हुआ था। इसके बाद इन पायलट्स को रूस के यूरी गागरिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर भेजा गया। यहां पर फरवरी 2020 से मार्च 2021 तक इनकी ट्रेनिंग हुई।

गगनयान भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है। इस मिशन के तहत, 3 अंतरिक्ष यात्रियों को 7 दिनों के लिए अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। इस मिशन की शुरुआत 2024 में होने की उम्मीद है।

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